Let Us Be More Humane

Let Us Be More Humane

Pannalal Surana | Modi while delivering one hour lecture to the nation on 12th May 2020 night, did not even care to pay homage to those 16 persons who were made to suffer that tragic end by the negligence of the government.

New Political and Economic Models Needed

New Political and Economic Models Needed

I.D. Khajuria and Sandeep Pandey | Clearly not preparedness for war but willingness to work with each other is what will save humanity. Hence all animosities and rivalries must be given up, no-war pacts should be signed, if possible collectively through the United Nations, and stockpiles of arms and armies should be dismantled.

Will Alcohol and Tobacco Use Jeopardize the Response to COVID-19?

Will Alcohol and Tobacco Use Jeopardize the Response to COVID-19?

Bobby Ramakant, Shobha Shukla and Sandeep Pandey | The government of India (and all other state governments) needs to review the merits of the decision of opening tobacco and alcohol shops. Among the most important and corrective political decisions would be the one to ban tobacco and alcohol altogether. Citizens need to be reassured that people’s interests matter most.

लड़खड़ाते लोकतंत्र में सोशलिस्ट नेता मधु लिमए को याद करने के मायने

लड़खड़ाते लोकतंत्र में सोशलिस्ट नेता मधु लिमए को याद करने के मायने


रामस्वरूप मंत्री | आज भारतीय लोकतंत्र का जिस्म तो बुलंद है, पर इसकी रूह रुग्ण हो चली है। ऐसे में जोड़, जुगत, जुगाड़ या तिकड़म से सियासत को साधने वाले दौर में मधु लिमए की बरबस याद आती है। राजनीति के चरमोत्कर्ष पर हमें सन्नाटे में से ध्वनि, शोर में से संगीत और अंधकार में से प्रकाश-किरण ढूँढ लेने की प्रवीणता हासिल करने का कौशल मधु लिमये में दिखता है। प्रखर समाजवादी, उत्कृष्ट वक्ता व शानदार लेखक मधु लिमये (1 मई 1922 – 8 जनवरी 1995) की आज 98वीं जयंती है।

प्लेग और गांधी का सत्याग्रह

प्लेग और गांधी का सत्याग्रह

अरुण कुमार त्रिपाठी | दक्षिण अफ्रीका में प्लेग से गांधी का सत्याग्रह एक ऐसी कथा है जो बताती है कि किस तरह महामारियों के दौर में सरकारें भेदभाव करती हैं। वैसे समय में समुदाय और उसके नेतृत्व का दायित्व बढ़ जाता है।

लॉकडाउन में गरीब कहां जाएं

लॉकडाउन में गरीब कहां जाएं

प्रवीण श्रीवास्तव, संदीप पांडेय | गरीबों की परेशानियों के जल्दी कम होने की कोई सूरत नजर नहीं आ रही है. लाखों प्रवासी मजदूर, अपने घरों से हजारों किलोमीटर दूर, मेट्रो शहरों में फंस गए है.

Unlocking the Economy

Unlocking the Economy

Pannalal Surana | The financial package announced by the RBI Governor may start oiling the businesses but the majority of the labourers may still not find jobs. So it is imperative that the government enhance disbursement to needy people.