दिल्ली में हुई हिंसा और निर्मम हत्या मानवता के प्रति अपराध है

A scene from the Shiv Vihar area following the anti-Muslim violence in Delhi. Photo Credit: Wikimedia Commons. By https://commons.wikimedia.org/wiki/User:Banswalhemant. License: https://creativecommons.org/licenses/by-sa/4.0/deed.en

दिल्ली शहर में हुई हिंसा में मारे गए लोगों को सोशलिस्ट पार्टी विनम्र श्रद्धांजलि देती है और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है । पार्टी इस हिंसा को मानवता के प्रति घोर अपराध करार देती है सोशलिस्ट पार्टी इस हिंसक वारदात की कड़े शब्दों में निंदा करती है और विश्वास करती है कि केंद्र व राज्य सरकार न केवल इस हिंसा को भरकाने के आरोपी और हिंसा करने वालों को कानून के तहत कड़ी सजा देगी, बल्कि भविष्य में इस तरह की वारदात रोकने की दिशा में जरूरी उपाय करेगी ।

बहुत दुख हैं की तीन दिन तक दिल्ली जलती रही और केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और न्यायपालिका ने कोई संज्ञान नहीं लिया । पुलिस निष्क्रिय थी या पुलिस की भूमिका संदेहास्पद थी । विशेष रूप से केन्द्रीय गृह मंत्री की खामोशी से स्थिति बद से बदतर होती चली गई | नैतिक रूप से गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए । सोशलिस्ट पार्टी मांग करती हैं की नैतिक आधार पर गृहमंत्री इस्तीफा दें और केंद्र सरकार NRC, CAA और NPR तुरंत वापस लें और देश भर में अमन-चैन और शांति बनाएं ।

जिस तरह से पिछले कई दिनों से भाजपा के नेता कपिल मिश्रा व कुछ अन्य नेताओं ने भरकाऊ व्यान दिए हैं उसी से हिंसा हुई हैं । इसलिए सोशलिस्ट पार्टी मांग करती हैं की भरकाऊ व्यान देने वाले कपिल मिश्र सहित अन्य सभी लोगों पर एफ. आई. आर. दर्ज कर तुरंत गिरफ्तार किया जाए ।

दिल्ली सरकार की भूमिका भी संदेहास्पद रही हैं । दिल्ली सरकार यह कह कर सिर्फ नहीं बच सकती की पुलिस हमारे हाथ में नहीं हैं । दिल्ली सरकार को तुरंत हिंसा वाले क्षेत्र में सभी विधायकों के साथ जाना चाहिए था । पुलिस दिल्ली सरकार की नहीं हैं लेकिन दिल्ली की जनता ने अपना वोट देकर दिल्ली की सरकार बनवाई हैं इसलिए जनता के प्रति और उनकी सुरक्षा के प्रति जवाबदेही राज्य सरकार की भी बनती हैं । सोशलिस्ट पार्टी मांग करती हैं नैतिक आधार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरिवाल इस्तीफा दें ।

कुछ लोग, दुर्भाग्य से, इस दर्दनाक हिंसा को आधार बना कर ‘मेरा धर्म बनाम अन्य धर्म’ की चर्चा करने में लगे हैं । हमारी संस्कृति ‘मेरा धर्म बनाम अन्य धर्म’ की कभी नहीं रही हैं । हिन्दू, मुस्लिम,सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध भाईचारे की संस्कृति रही हैं | इस भाईचारे का इतिहास बहुत पुराना हैं । पार्टी का मानना है कि किसी भी नस्ल अथवा धर्म के नाम पर रक्तपात मानवता के प्रति अपराध है ।

श्याम गंभीर

प्रमुख महासचिव

सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया)

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