आखिर उत्तर प्रदेश सरकार क्यों असुरक्षित महसूस कर रही है?

आखिर उत्तर प्रदेश सरकार क्यों असुरक्षित महसूस कर रही है?

संदीप पाण्डेय | भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश सरकार को आखिर इतना नीचे क्यों गिरना पड़ा कि उसे आम आदमी पार्टी के लखनऊ कार्यालय में अपनी पुलिस से ताला लगवा दिया। उ.प्र. भाजपा सरकार की असुरक्षा का क्या कारण है?

शिक्षा के अधिकार अधनियम 2009 के तहत निजी विद्यालयों में दाखिला पाने से अलाभित समूह व दुर्बल वर्ग के बच्चे 2,13,414 स्थानों पर क्यों वंचित?

शिक्षा के अधिकार अधनियम 2009 के तहत निजी विद्यालयों में दाखिला पाने से अलाभित समूह व दुर्बल वर्ग के बच्चे 2,13,414 स्थानों पर क्यों वंचित?

शिक्षा के अधिकार अधनियम 2009 की धारा 12(1)(ग) के तहत दाखिले हेतु बेसिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश, की वेबसाइट पर चिन्हित निजी विद्यालयों की सूची में 25 प्रतिशत स्थानों की कुल संख्या 2,73,070 दर्शाई गई है जबकि कुल आंवटित स्थानों की संख्या 59,656 ही है यानी कुल उपलब्ध स्थानों में से मात्र 22 प्रतिशत ही है। कृपया नीचे दी गई तालिका देखें।

मोहम्मद शोएब, श्रवण राम दारापुरी को अवैध वसूली का मांग पत्र भेजे जाने के खिलाफ सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) का प्रदर्शन

मोहम्मद शोएब, श्रवण राम दारापुरी को अवैध वसूली का मांग पत्र भेजे जाने के खिलाफ सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) का प्रदर्शन

सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) की उत्तर प्रदेश राज्य इकाई मंगलवार, ७ जुलाई, २०२० को दिन में २ से ३ बजे तक अपने प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता मोहम्मद शोएब, सेवा निवृत पुलिस अधिकारी श्रवण राम दारापुरी व अन्य निर्दोष लोगों के खिलाफ नागरिकता संशोधन अधिनियम व राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के कारण फर्जी मुक़दमा लिखे जाने के खिलाफ लोहिया पार्क, चौक, लखनऊ, में एक प्रदर्शन आयोजित करेगी

इटौंजा के निकट ग्राम भीखमपुर निवासी गोविन्द (लोध) राजपूत की पुलिस द्वारा प्रताड़ित किये जाने के बाद मौत

इटौंजा के निकट ग्राम भीखमपुर निवासी गोविन्द (लोध) राजपूत की पुलिस द्वारा प्रताड़ित किये जाने के बाद मौत

सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के कार्यकर्ता अमर शिवा मिश्रा, 9140529159, के माध्यम से पता चला है की इटौंजा के निकट ग्राम भीखमपुर निवासी गोविन्द (लोध) राजपूत नमक व्यक्ति किसी आपसी विवाद में २८/६/२० को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा १५१ के तहत थाने में निरुद्ध किया गया। अगले दिन सुबह जब उसके परिवार वाले उसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में थाने से वापस ले गए तो कुछ ही समय बाद उसकी मौत हो गयी ।