Transparency in Political Alliances | राजनीतिक गठबंधनों में पारदर्शिता: A Conversation with Bharat Gandhi

Transparency in Political Alliances | राजनीतिक गठबंधनों में पारदर्शिता: A Conversation with Bharat Gandhi

SATYAGRAHA EPISODE 14 | The election commission has no power to ensure the internal democracy and transparency in financial matter of alliances; which has been ruling the country since 1989. If the written constitution is compulsory for political parties then why the same is not compulsory for alliances?

डॉक्टर लोहिया की पुण्य तिथि 12 अक्टूबर पर विशेष लेख: गांधी के बाद डॉक्टर लोहिया ही ऐसे चिंतक विचारक हुए हैं जो भारत की धरती से जुड़े हुए है

डॉक्टर लोहिया की पुण्य तिथि 12 अक्टूबर पर विशेष लेख: गांधी के बाद डॉक्टर लोहिया ही ऐसे चिंतक विचारक हुए हैं जो भारत की धरती से जुड़े हुए है

रामस्वरूप मंत्री | बेचैन दुनिया को नई संस्कृति, नए विचार देने वाले डॉक्टर लोहिया आज भी प्रासंगिक है. उनकी दृष्टि में समाजवादी आंदोलन आर्थिक-राजनीतिक परिवर्तनों से अधिक एक नयी संस्कृति पैदा करने का आंदोलन रहा है.

Day 7 of Fast | उपवास दिन-7: चैतरफा पड़ोसियों के साथ संबंध संकट में

Day 7 of Fast | उपवास दिन-7: चैतरफा पड़ोसियों के साथ संबंध संकट में

भारत के एक साथ सभी पड़ोसियों के साथ रिश्ते खराब हो गए हैं। प्रधान मंत्री को चाहिए कि पहल लेकर बातचीत कर सभी रिश्तों को सुधारें और पड़ोसियों की आशंका को दूर करें। जो सीमा विवाद हैं उन्हें हल करें।

Day 5 of Fast | उपवास दिन-5: न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल का फैसला लागू करो

Day 5 of Fast | उपवास दिन-5: न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल का फैसला लागू करो

आनलाइन कक्षाओं का यह हाल है कि गरीब परिवारों से जिन बच्चों का दाखिला शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 में मुफ्त शिक्षा हेतु निजी विद्यालयों में 25 प्रतिशत स्थान जो गरीब बच्चों के लिए आरक्षित हैं में हो गया है वे पढ़ ही नहीं पा रहे क्योंकि उनके घर में ऐसा मोबाइल नहीं कि आनलाइन कक्षा कर सकें अथवा है भी तो वह दिन के समय उनके पिता या बड़े भाई के पास होता है जो काम पर जाते हैं।

“अंधेर नगरी”: संविधान वॉच द्वारा जारी रिपोर्ट, अपराधियों को बचाने और पीड़ितों को फ़साने का मुकम्मल प्रयास

“अंधेर नगरी”: संविधान वॉच द्वारा जारी रिपोर्ट, अपराधियों को बचाने और पीड़ितों को फ़साने का मुकम्मल प्रयास

फरवरी 2020 में होने वाली दिल्ली हिंसा के संदर्भ में “संविधान वॉच” द्वारा जारी रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस द्वारा पुष्ट जान–माल के नुकसान के आंकड़ों के हवाले से कहा गया है कि इसमें सबसे ज्यादा नुकसान मुसलमानों का हुआ, यहां तक कि उनके धार्मिक स्थलों पर भी हमले किए गए।