एक बेहतर दुनिया की ओर अभियान का आरंभ: “हमारे जीवन, जीवनशैली और रोज़गार से कम-से-कम संसाधनों का दोहन हो”

एक बेहतर दुनिया की ओर अभियान का आरंभ: “हमारे जीवन, जीवनशैली और रोज़गार से कम-से-कम संसाधनों का दोहन हो”

ग्रेटा थुनबर्ग से प्रेरित हो कर अनेक युवाओं ने एक नया अभियान आरंभ किया – ‘एक बेहतर दुनिया की ओर’. प्रख्यात मानवाधिकार कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने इस अभियान को जारी करते हुए देश-विदेश के युवाओं को याद दिलाया कि महात्मा गाँधी ने कहा था कि प्रकृति में इतने संसाधन तो हैं कि हर एक की ज़रूरतें पूरी हो सके परन्तु इतने नहीं कि एक का भी लालच पूरा हो सके