फैसल खान शांति एवं सद्भावना के लिए प्रतिबद्ध, उनका गिरफ्तार किया जाना दुखद

फैसल खान शांति एवं सद्भावना के लिए प्रतिबद्ध, उनका गिरफ्तार किया जाना दुखद

48 वर्षीय फैसल खान ने अपनी सारी जिंदगी साम्प्रदायिक सदभावना के काम के लिए लगा दी है। लोगों के बीच में शांति और सौहाद्र्य बना रहे इसके लिए न जाने उन्होंने कितनी यात्राएं की हैं, सिर्फ भारत के अंदर ही नहीं बल्कि भारत से पाकिस्तान के बीच भी।

इंदौर: मोदी सरकार के सांप्रदायिक  एजेंडे और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमले के खिलाफ प्रदर्शन

इंदौर: मोदी सरकार के सांप्रदायिक एजेंडे और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमले के खिलाफ प्रदर्शन

करोना काल में जब मोदी सरकार बुरी तरह से असफल हुई है इस संकट के समय में भी संविधानिक संस्थाओं, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और जनतान्त्रिक अधिकारों पर हमले किये जा रहे हैं।

लोकतांत्रिक अधिकारों की संवेधानिक ग्यारन्टी पर हमले के खिलाफ 18 सितम्बर 2020 (शुक्रवार) को दोपहर 11-30 बजे संम्भाग आयुक्त कार्यालय इन्दौर पर प्रदर्शन

लोकतांत्रिक अधिकारों की संवेधानिक ग्यारन्टी पर हमले के खिलाफ 18 सितम्बर 2020 (शुक्रवार) को दोपहर 11-30 बजे संम्भाग आयुक्त कार्यालय इन्दौर पर प्रदर्शन

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी इंडिया तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने आज जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि भाजपा की नरेन्द्र मोदी सरकार संघ के साम्प्रदायिक एजेण्डे को लागू करने की कोशिश कर रही है, करोना काल में जब मोदी सरकार बुरी तरह से असफल हुई है इस संकट के समय में भी संविधानिक संस्थाओं, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और जनतान्त्रिक अधिकारों पर हमले किये जा रहे हैं।

When Hope and History March in Step

When Hope and History March in Step

Gary Frase and Sandeep Pandey | The Covid-19 pandemic has shut down the world, but it has also opened up new channels for festering truths to break free. In the United States, the murder by a policeman of George Floyd in Minneapolis has ignited pent-up anger against widespread racism and hatred of America’s police. In India, last year, a new “citizenship” law unleashed a rash of citizens’ protests, against the law in particular and the Bhartiya Janata Party-led government’s five years in power in general.

जौनपुर भदेठी हिंसा का मामला: लोकमोर्चा से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भदेठी जाकर मामले की जांच की

जौनपुर भदेठी हिंसा का मामला: लोकमोर्चा से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भदेठी जाकर मामले की जांच की

जौनपुर जिले के सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के भदेठी गांव में बच्चों के विवाद में हिंसा को संघ – भाजपा और मुख्यमंत्री योगी साम्प्रदायिक रंग देकर नफरत की राजनीति कर रहे हैं। घटना के वायरल वीडियो को देखने पर मुसलमानों पर दलितों की मढ़ई में आगजनी के आरोप संदेह के घेरे में आ गए हैं। हाईकोर्ट के जज की निगरानी में भदेठी हिंसा मामले की निष्पक्ष जांच हो।