What kind of people can watch this naked dance of sham democracy which is more of an oppressive dictatorship rather than anything else?
Tribute To The Women Activists of Lucknow Who Spearheaded the Anti-CAA Movement
Women played a central role in the protests again the discriminatory CAA. Here is a tribute to the women who participated in the movement in Lucknow.
Petition for the Immediate Release of Devangana Kalita and Natasha Narwal
In the vast judicial absurdistan that is India’s justice labyrinth, the cases of two currently incarcerated individuals should catch your attention.
इंदौर: मोदी सरकार के सांप्रदायिक एजेंडे और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमले के खिलाफ प्रदर्शन
करोना काल में जब मोदी सरकार बुरी तरह से असफल हुई है इस संकट के समय में भी संविधानिक संस्थाओं, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और जनतान्त्रिक अधिकारों पर हमले किये जा रहे हैं।
लोकतांत्रिक अधिकारों की संवेधानिक ग्यारन्टी पर हमले के खिलाफ 18 सितम्बर 2020 (शुक्रवार) को दोपहर 11-30 बजे संम्भाग आयुक्त कार्यालय इन्दौर पर प्रदर्शन
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी इंडिया तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने आज जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि भाजपा की नरेन्द्र मोदी सरकार संघ के साम्प्रदायिक एजेण्डे को लागू करने की कोशिश कर रही है, करोना काल में जब मोदी सरकार बुरी तरह से असफल हुई है इस संकट के समय में भी संविधानिक संस्थाओं, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और जनतान्त्रिक अधिकारों पर हमले किये जा रहे हैं।
Socialist Party (India), People’s Politics Front and Lok Morcha Condemn UP Government’s Decision to Start a Detention Centre
An Ambedkar Hostel in Ghaziabad has been converted into a Detention Centre. We condemn this decision of government. The government should have been building more Ambedkar hostels.
सोशलिस्ट पार्टी (इण्डिया), लोक राजनीति मंच व लोक मोर्चा द्वारा उत्तर प्रदेश में हिरासत केन्द्र खोले जाने की निंदा
अवैध विदेशी नागरिक अथवा जो राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर की प्रक्रिया के बाहर रह जाएंगे उन्हें इस हिरासत केन्द्र में रखा जाएगा। यदि कोई भारतीय सरकारी नियमों के अनुसार अपनी नागरिकता सिद्ध कर पाने में असफल होता है तो हिरासत केन्द्र से निकलने के बाद उसकी नागरिकता क्या मानी जाएगी?
होर्डिंग, गैंगेस्टर, गुंडा एक्ट, जिलाबदर के बाद रासुका के जरिए सीएए विरोधी आंदोलनकारियों का दमन कर रही योगी सरकार: रिहाई मंच
रिहाई मंच ने मऊ में नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर किए जा रहे पुलिसिया उत्पीड़न के पीड़ितों और उनके परिजनों से की मुलाकात
Time to Judge the Judgement
Sandeep Pandey and Mohini Mullick | Dr. Kafeel Khan has proved that he is a dedicated and conscientious paediatrician. It is unfortunate that the government instead of using his services in a time of pandemic, chose to keep him in jail.
When the State is Silent, it Becomes the Citizen’s Duty to Speak Up and Express Dissent
Aruna Roy and Rajendran Narayanan | On August 11, violence broke out in Bengaluru claiming three lives and leaving several injured. The violence was in response to a derogatory social media post concerning Prophet Muhammad by the nephew of a Karnataka Congress MLA.