इंदौर में किसान संगठनों द्वारा निकाली जा रही रैली को  पुलिस बल ने रोका

1 घंटे तक  गांधी प्रतिमा  के पास नारेबाजी की  सड़क पर दिया धरना 

प्रदर्शनकारियों ने अंबेडकर प्रतिमा पहुंचकर  की सभा और  किसान कानूनों के खिलाफ व संविधान बचाने के लिए  सतत संघर्ष का लिया संकल्प

इंदौर। दिल्ली के किसान आंदोलन के समर्थन में इंदौर में भी सैकड़ों की तादाद में मजदूर और किसान निकले प्रतीक स्वरूप रैली में ट्रैक्टरों को भी शामिल किया । प्रशासन ने हठ धर्मी से रैली को रीगल तिराहे पर ही रोक लिया , करीब 1 घंटे तक की नारेबाजी करने के बाद अलग अलग-अलग जत्थो के रूप में कार्यकर्ता अंबेडकर प्रतिमा पहुंचे और वहां पर संकल्प सभा हुई। आज के इस किसान मार्च का वाहन किसान संघर्ष समिति अखिल भारतीय किसान सभा अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन एटक सीटू सहित अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान संगठनों ने किया था 

गौरतलब है कि दिल्ली में आज गणतंत्र दिवस के मौके पर तीन लाख से ज्यादा ट्रैक्टर और लाखों किसान दिल्ली की सभी सीमाओं पर पहुंचे हैं ,ट्रैक्टर रैली निकल रही है ।हालांकि प्रशासन और पुलिस ने उसे रोकने के लिए लाठीचार्ज और बल प्रयोग किया है । बावजूद इसके पूरे जोश खरोश से किसान मैदान में हैं ।इसी के साथ देश के हर हिस्से में भी किसान संगठनों ने अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए हैं । जिसके तहत इंदौर के किसान संघर्ष समन्वय समिति और सभी किसान संगठनों ने आज गांधी प्रतिमा से अंबेडकर प्रतिमा तक किसान मार्च निकालने का आवाहन किया था। जिसमें बड़ी संख्या में किसान और मजदूर एकत्रित हुए थे । प्रशासन ने अनुमति के नाम पर रैली को निकलने से रोका  ।पहले आधे घंटे तक रीगल टॉकीज के पास में कार्यकर्ताओं को रोक लिया गया और बाद में रविंद्र नाट्य ग्रह के बाहर आरएनटी मार्ग पर करीब आधे घंटे तक रैली में शामिल ट्रैक्टरों और लोगों को रोक लिया ।

यहां पर जोश खरोश के साथ कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे आज के इस प्रदर्शन और रैली का नेतृत्व सर्वश्री रूद्र पाल यादव, रामस्वरूप मंत्री ,कैलाश लिंबोदिया ,अरुण चौहान, एसके दुबे,प्रमोद नामदेव,  भरत सिंह यादव, दिनेश सिंह कुशवाह, छेदी लाल यादव ,अजय यादव, विनीत तिवारी, अरविंद पोरवाल आदि कर रहे थे ।

बड़ी देर तक प्रशासन से विवाद के बाद आखिरकार रैली से टेक्टरों को वापस कर दिया गया और जत्थो  के रूप में कार्यकर्ता अंबेडकर प्रतिमा पहुंचे । वहां पर शहीद किसानों और आजादी के आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कार्यकर्ताओं ने सभा की ।सभा को सर्वश्री रामस्वरूप मंत्री, कैलाश लिंबोदिया, सोहनलाल शिंदे,  अजय यादव, विनीत तिवारी , प्रमोद नामदेव, सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया तथा कहा कि सत्ता में बैठे हुए लोग देश के संविधान के खिलाफ काम कर रहे हैं और सभी संवैधानिक संस्थाओं के मर्यादा को भंग कर रहे हैं । बगैर किसी बहस मुबाहिसा   के किसानों और मजदूरों के खिलाफ कानून बनाए जा रहे हैं जो कानून देश के कारपोरेट के हित में हैं  ।पिछले 60 दिन से चल रहे आंदोलन के बावजूद सरकार जन विरोधी कानून को लागू करना चाहती है । इसी के खिलाफ देशभर में आक्रोश है ।

इंदौर में भी उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति के लिए हमने इस रैली का आयोजन किया है । हमारा संकल्प है कि हम संविधान के खिलाफ होने वाले किसी काम को नहीं होने देंगे और संविधान की रक्षा और देश को बचाने के लिए हर तरह की कुर्बानी देने को तैयार रहेंगे ।सभा का संचालन रूद्रपाल यादव ने किया।  अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष सभी प्रदर्शनकारियों को किसान संघर्ष समिति मालवा निमाड़ के संयोजक रामस्वरूप मंत्री ने संकल्प दिलाया जिसमें तीनों किसान   कानून रद्द होने तक आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया गया । प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ता हाथों में तिरंगे झंडे और अपने-अपने संगठनों के झंडे तथा किसान कानून के खिलाफ तख्तियां लिए हुए थे।

प्रदर्शन में प्रमुख रूप से कामरेड सोहनलाल शिंदे, एसके दुबे, प्रमोद नामदेव ,अर्शी खान, भागीरथ  कछवाय,  सी एल शरावत, कैलाश गोठानिया,  रमेश झाला, माताप्रसाद मोर्य,कामरेड मातोरकर, अकबर अहमद, मौलाना शाहिद हुसैन, इकबाल हुसैन अब्बासी, रजनीश जैन ,अंचल सक्सेना सहित बड़ी संख्या में वामपंथी समाजवादी दलो, किसान संगठनों से जुड़े हुए कार्यकर्ता और आसपास के ग्रामीण अंचल के किसान और खेत मजदूर शामिल थे  ।  

रामस्वरूप मंत्री 

संयोजक, किसान संघर्ष समिति, मालवा निमाड़

Ph: 9425902303

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