सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) दिल्ली प्रदेश का राज्य सम्मेलन

(साथी सांवलदास गुप्ता नगर)

12 चैम्सफोर्ड रोड, नई दिल्ली

2 अप्रैल 2017

प्रस्ताव

दिल्ली देश की राजधानी है। सत्ता और संस्कृति का केंद्र है। इसका राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र देशी-विदेशी मल्टीनेशनल कंपनियों का बड़ा बेस है। लेकिन चंद हैसियतमंदों और उनके इलाकों को छोड़ कर इस शहर का नागरिक जीवन बदहाली से भरा है। यहां दिन-दहाड़े हत्याएं, लूटपाट, झगड़ा-फसाद, महिलाओं के सम्मान और अस्मत पर हमले होते हैं। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आये दिन नए साइबर अपराधों समेत हर तरह के अपराध आम बात है। निम्न और निम्न मध्यवर्ग लगातार मंहगाई और बेरोजगारी की मार में जीता है। लाखों बच्चे, बूढ़े, महिलाएं चौराहों पर भीख मांगते हैं और सड़कों पर सोते हैं। लाखों बच्चे संपन्न परिवारों अथवा ढाबों में नौकर हैं। गांवों, पुनर्वास बस्तियों, झुग्गी-झोंपड़ी बस्तियों और शहर के पुराने इलाकों में शौचालय, सड़क, पार्क, सीवर जैसी जरूरी नागरिक सुविधाओं का नितांत अभाव है। बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी जीवन के लिए जरूरी सेवाओं का निजीकरण करके मुनाफाखोर कंपनियों के हवाले करने की मुहिम पर देश की राजधानी में कोई रोक नहीं है। सरकार स्कूल, प्रशिक्षण संस्थान, कॉलेज, विश्वविद्यालय, शोध संस्थान खोलने के बजाय किसानों से मिट्टी के मोल ली गई जमीन आलीशान होटल, मॉल, फार्म हाउस, रिजोर्ट, अस्पताल, जुआ और शराब के अड़्डे खोलने के लिए कारपोरेट घरानों, धन्ना सेठों और बिल्डरों को लुटाती है। पूंजीवादी विकास की होड़ में दिल्ली दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरो में से एक बन गया है। प्रदूषण के चलते महामारियां फैलती हैं और हर साल हजारों लोग अपनी जान और लाखों लोग स्वास्थ्य से हाथ धो बैठते हैं। इनमें गरीब और अमीर दोनों होते हैं।

भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस को कोस कर सत्ता में आने वाली आम आदमी पार्टी के पूरे प्रशासन में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। किसी विभाग में कोई काम रिश्वत के बगैर नहीं हो पाता। पूंजीवाद की खुली पैरोकार केजरीवाल सरकार के शासन में अमीर और दलाल मालामाल और मेहनतकश जनता बेहाल है। मौजूदा दिल्ली सरकार ने केंद्र की मोदी सरकार की तर्ज पर जनता की गाढ़ी कमाई का अरबों रुपया अपने नेता और पार्टी की छवि चमकाने पर फूंक दिया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया में अपने फोटो वाले कीमती होर्डिंग-पोस्टर लगवाने की होड़ लगी रहती है। फोट छपवाने की हविस का आलम यह है कि केजरीवाल ने गुरु गोविन्द सिंह जी के 350वें जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में लगवाए गए होर्डिंग्स पर भी अपना फोटो लगवाया। भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान सादगी और ईमानदारी का दावा करने वाले केजरीवाल बतौर मुख्यमंत्री शाही अंदाज में रहते हैं। दिल्ली जैसे आधे-अधूरे और अत्यंत छोटी भौगोलिक सीमा वाले राज्य में उपमुख्यमंत्री रखा गया है, जो पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के आवास में ठाठबाट के साथ रहता है। ये दोनों शख्स एनजीओ जगत से आए हैं और उसी तर्ज पर सरकार चला रहे हैं। यानी मुनाफाखोर पूंजीवाद को बचाने के लिए गरीबों को फुसलाने का नाटक। भाजपा की बी टीम बनने की कवायद में लगी आम आदमी पार्टी का समर्थन देश और दिल्ली का ज्यादातर प्रगतिशील नागरिक समाज और नेता करते हैं। सोशलिस्ट पार्टी का मानना है कि संविधानसममत समता और स्वतंत्रता की राजनीतिक धारा के लिए यह चिंता और चुनौती का सबब है।

इस सम्मेलन की मार्फत सोशलिस्ट पार्टी दिल्ली प्रदेश दिल्ली की मेहनतकाश जनता के हवाले से निम्नलिखित मांगें पेश करती है:

1. दिल्ली शहर के हर इलाके और हर तबके में महिलाओं की स्वतंत्रता और सम्मान सुनिश्चित किया जाए।

2. वरिष्ठ नागरिकों, विकलांगों और बच्चों की सहूलियत का अधिकाधिक ख्याल रखा जाए।

3. राजधानी के जीवन की नई चुनौतियों और जरूरतों के मद्देनजर रचनात्मक युवा नीति और बाल नीति का निर्माण किया जाए।

4. दिल्ली में बिजली, पानी और स्वास्थ्य सेवाओं का निजीकरण बंद हो।

5. शिक्षा का निजीकरण बंद हो। अभी तक बन चुके निजी स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों का राष्ट्रीयकरण/समाजीकरण किया जाए।

6. सरकार सबको समान, निशुल्क, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मातृभाषा में देने का संवैधानिक दायित्व पूरा करे।

7. दिल्ली सरकार के सभी स्तर के स्कूलों में और दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों/विभागों में शिक्षकों के खाली पद तुरंत भरे जाए।

8. दिल्ली में बिजली, पानी और स्वास्थ्य सेवाओं का निजीकरण बंद हो। प्राइवेट अस्पतालों का राष्ट्रीयकरण/समाजीकरण किया जाए।

9. दिल्ली सरकार के सभी विभागों में चौथी और तीसरी श्रेणी के कर्मचारियों के खाली पद तुरंत भरे जाएं। नागरिकों का काम जल्दी हो, इसके लिए सभी विभागों में नए पदों का सृजन किया जाए। ठेकेदारी प्रथा बंद की जाए।

10. दिल्ली के गांवों में वहां के समस्त नागरिकों के हितों को तवज्जो देते हुए आवास, सड़क, बिजली, पानी, पुस्तकालय, महिला केंद्र, बाल केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र, पार्क, सामुदायिक स्थल, स्कूल, कालेज, वोकेशनल संस्थान आदि की सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। किसानों के अलावा खेती पर निर्भर रहने वाले कारीगर परिवारों को रिहायशी प्लाट दिए जाएं।

11. अनियमित कॉलोनियों को समुचित नागरिक सुविधाएं देकर नियमित किया जाए।

12. लंबे समय से जेजे कॉलोनियों में रहने वाले सभी परिवारों को एकमुश्त योजना के तहत रिहायशी फ्लैट दिए जाएं।

13. स्वरोजगार के इच्छुक नागरिकों को लघु व गृह उद्योग चलाने की छूट व सुविधाएं प्राथमिकता के आधार पर दी जाएं।

14. रेहड़ी-पटरी पर दुकान लगा कर पेट पालने वाले नागरिकों को कमेटी और पुलिस को रिश्वत नहीं देनी पड़े, इसका स्थायी हल निकाला जाए।

15. अनियमित कॉलोनियों को समुचित नागरिक सुविधाएं देकर नियमित किया जाए।

16. यह सुनिश्चित किया जाए कि शहर के ट्रेफिक नियमन के लिए पूरे शहर की लाल बत्तियां हर दिन काम करें।

सोशलिस्ट पार्टी का नारा

समता और भाईचारा

सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) दिल्ली प्रदेश

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