न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर की दो मस्जिदों में जुम्मा की नमाज़ पढ़ते वक्त एक नस्लवादी की गोलियों का शिकार हुए 49 श्रद्धालुओं को सोशलिस्ट पार्टी विनम्र श्रद्धांजलि देती है और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है. पार्टी इस हत्या-कांड को मानवता के प्रति घोर अपराध करार देती है. न्यूजीलैंड की प्रधानमन्त्री जेसिंडा अर्देर्न ने इस निर्मम हत्या-कांड को ठीक ही आतंकवादी घटना कहा है. सोशलिस्ट पार्टी इस आतंकवादी वारदात की कड़े शब्दों में निंदा करती है और विश्वास करती है कि न्यूजीलैंड की सरकार न केवल हत्या-कांड के आरोपी को कानून के तहत कड़ी सजा देगी, बल्कि भविष्य में इस तरह की वारदात रोकने की दिशा में जरूरी उपाय करेगी.
आरोपी ब्रेटन हैरिस टेरेंट (28) ने हत्या-कांड को अंजाम देने के पहले जारी किये संदेश में न्यूजीलैंड में बसे प्रवासियों को हमलावर (इन्वेडर) बता कर उनके प्रति घृणा का इज़हार किया है. ऐसा लगता है न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की सरकारें वहां के नागरिकों को सही इतिहास नहीं पढ़ातीं. वहां के नागरिकों को यह वास्तविकता जाननी चाहिए कि ग्लोब के इस हिस्से में वे खुद हमलवार हैं. मूल निवासियों के अस्तित्व का सफाया करके उन्होंने उनकी धरती पर कब्ज़ा किया है. लिहाज़ा, सोशलिस्ट पार्टी का सुझाव है कि न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के श्वेत नागरिकों का श्वेत-श्रेष्ठता का विचार भ्रामक है. भविष्य में इस तरह के हत्या-कांड न हों, इसके लिए न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के नागरिकों को सभी के और खुद अपने हित में इस मानसिकता से मुक्ति पानी चाहिए.
कुछ लोग, दुर्भाग्य से, इस दर्दनाक हत्या-कांड को आधार बना कर ‘मेरा धर्म बनाम अन्य धर्म’ की चर्चा करने में लगे हैं. सोशलिस्ट पार्टी की राय में यह धार्मिक आतंकवाद से ज्यादा नस्ली आतंकवाद की घटना है. पार्टी का मानना है कि किसी भी नस्ल अथवा धर्म के नाम पर रक्तपात मानवता के प्रति अपराध है.
डॉ. प्रेम सिंह
अध्यक्ष