रपट
सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) का पांचवा राष्ट्रीय अधिवेशन गुजरात की राजधनी अहमदाबाद में 20–21 जुलाई 2019 को संपन्न हुआ । अधिवेशन में 12 राज्यों के कई प्रतिनिधियों ने शिरकत की । राष्ट्रीय अधिवेशन की स्वागत समिति के अध्यक्ष जयंती भाई पंचाल ने प्रतिनिधयों और अतिथियों का स्वागत किया। राष्ट्रिय अध्यक्ष डॉ. प्रेम सिंह के अनुपस्थिति में उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजवादी नेता पन्नालाल सुराना ने की ।
अपने अध्यक्षीय भाषण में पन्नाला सुराणा ने कहा कि पार्टी संगठन की मजबूती के लिए सभी को एकजुट होकर और लगातार काम करना होगा। कार्यकर्ताओं के विचारधारात्मक प्रशिक्षण के लिए हर राज्य में चिंतन शिविरों का आयोजन किया जाना जरूरी है । सोशलिस्ट पार्टी ही एकमात्र उम्मीद है जो सोशलिस्ट विरासत को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। नवउदारवाद के मुकम्मल विरोध की नींव पर टिकी यह पार्टी ही जे. पी. और लोहिया के सपनों का भारत बना सकती है | सन् 1995 से अभी तक कई लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी मौत का जिम्मेदार कौन है? ऐसे सवाल सरकारों से पूछना अपराध बना दिया गया है। आज पक्ष और प्रतिपक्ष दोनों पूंजीपतियों के पैरोकार हैं। भारत में 60 से 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर आधरित है। ऐसे में पाश्चात्य औद्योगीकरण की नीति भारत में कैसे सफल हो सकती है? ऐसे सवालों से कांग्रेस और अन्य राजनैतिक पार्टियाँ क्यों नहीं टकरातीं? मार्क्सवादी पार्टियाँ भी किसानों और आदिवासियों के प्रति उचित नजरिया नहीं रखतीं। क्योंकि उनका उत्पादन की पूंजीवादी तकनीक से विरोध नहीं है। ऐसे में सोशलिस्ट पार्टी गांधी, लोहिया और जेपी के सिद्धांतों पर आधारित विकास के समाजवादी मॉडल की वकालत करती है। सोशलिस्ट पार्टी ने पूर्ण रोजगार, केजी से पीजी तक सबको मुफ्त, समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कृषि आधरित उद्योगों की स्थापना, सम्मिलित जम्हूरियत, जाति विध्वंस जैसी कई महत्वपूर्ण मांगों को उठाया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया वे इन मांगों को पूरा करने के लिए खुद संघर्ष करें ।
सोशलिस्ट पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलवंत सिंह खेडा, महासचिव मंजू मोहन, राजशेखरन नायर ने भी उद्घाटन सत्र को संबोधित किया | संचालन तारकेश्वर सिंह ने किया | राष्ट्रीय समिति में राजनीति, अर्थनीति, शिक्षा नीति, स्वास्थ्य नीति, विदेश नीति, आंतरिक सुरक्षा नीति, पर्यावरण नीति, स्वास्थ्य नीति आदि पर तैयार विस्तृत प्रस्ताव पेश किया गया | श्याम गंभीर, रामस्वरूप मंत्री, हरिंदर मंसैयाह, वर्षा गुप्ते, सौयेद तहसीन अहमद, हसन भाई देसाई, कौस्राली सईद, गौतम कुमार प्रीतम, नुरुल अमिन, बंदना पाण्डेय और युवा साथियों ने प्रस्ताव पर चर्चा की । कुछ संसोधनों के साथ प्रस्ताव पारित किया गया।
सम्मेलन में वर्ष 2019 से वर्ष 2021 तक के लिए राष्ट्रिय समिति का मतदान के द्वारा चयन हुआ | जो इस प्रकार हैं -अध्यक्ष- पन्नालाल सुराना, उपाध्यक्ष- 1. राजशेखरन नायर, 2. तारकेश्वर सिंह, 3. संदीप पाण्डेय, महासचिव- 1. श्याम गंभीर 2. मंजू मोहन, 3. नुरुल अमिन 4. गौतम कुमार प्रीतम 5. हरिंदर मनसिया, कोषाध्यक्ष- जयंती भाई पंचाल, अध्यक्ष संसदीय बोर्ड- बलवंत सिंह खेडा | साथी कौस्राली सईद और ज्योतिन्द्र यादव ने अधिवेषन को सफल बनाने में दिन-रात अपने साथियों के साथ मेहनत की | अधिवेषन की समाप्ति के बाद नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक संपन्न हुई, जिसमें पार्टी के अध्यक्ष पन्नालाल सुराना ने नए पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्यों का स्वागत किया। बैठक में निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अगली बैठक झारखंड के देवघर में सितम्बर में होगा |
श्याम गंभीर
महासचिव