इंदौर। शहर के वामपंथी समाजवादी दलों ने शासन से मांग की है कि प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने की व्यवस्था शासन करें । इसके लिए निशुल्क रूप से बसों और ट्रेनों की व्यवस्था की जाए तथा सभी प्रवासी मजदूरों को ₹7500 नगद भुगतान किया जाए इस संबंध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया),और एस यू सी आई ने संभागायुक्त को एक ज्ञापन भेजा है।
ज्ञापन में कहा गया है कि लाखो प्रवासी मजदूर जिनका रोजगार समाप्त हो गया। रोजगार में लगे लोगो के काम धंधे बन्द हो गए है। इनके सामने खाने पीने रहने की समस्या पैदा हो गई हैं। शहर में रहना सम्भव नहीं है। सरकार की ओर से भी कोई व्यवस्था नहीं कि जा रही हैं।ऐसी स्थिति में मजदूर अपने घर जाना चाहते हैं लेकिन शासन केवल कुछ ही लोगो को पास जारी कर रही हैं। हजारो मजदूर भयंकर गर्मी में पैदल चल कर अपने घर जा रहे है उन्हें भी पुलिस परेशान कर रही हैं।ज्ञापन पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से कैलाश लिम्बोदिया और अरुण चौहान, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से रूद्र पाल यादव और विनीत तिवारी , एस यू सी आई की ओर से प्रमोद नामदेव तथा सोशलिस्ट पार्टी इंडिया की ओर से रामस्वरूप मंत्री ने हस्ताक्षर किए हैं ।
उन्होंने कहा है कि शासन की ओर से आजतक कोई स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई गई हैं। बसों से जाने वालों से भी पैसा वसूला जा रहा है।हमारी मांग है कि जो भी श्रमिक अपने घर अपने राज्यो या जिलो में जाना चाहते है उन्हें उनके घर पहुँचाया जाए बगैर किराये के विशेष ट्रेन तत्काल चलाई जाए। बसों से पहुँचाया जाए। । खाने पीने की व्यवस्था की जाए तथा 7500₹ नगद दिया जाए।लॉकडौन के चलते सरकार शराब की दुकानें चालू कराने के लिए तुली हुई है। जहाँ लोगो को भीड़ लगेगी व कोरोना से लड़ने के लिए लॉकडौन का उद्देश्य समाप्त हो जाएगा।अतः शराब की दुकाने बन्द ही रखी जाए।सभी श्रमिको को अप्रैल माह के वेतन पेटे 7500₹ शासन तत्काल प्रदान करे।खाने पीने की समस्या बनी हुई हैं आयकर दाताओ को छोड़कर सभी को 50 किलो खाद्यान उपलब्ध कराया जाए।
रामस्वरूप मंत्री प्रदेश
अध्यक्ष, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) मध्य प्रदेश
9425902303, 7999952909