वामपंथी समाजवादी दल शहर में गरीबों मेहनतकशों को आ रही परेशानियों से अधिकारियों को कराना चाहते थे अवगत. कई बार संपर्क के बावजूद नहीं दिया समय, सोशल मीडिया के माध्यम से दोनों अधिकारियों को भेजा ज्ञापन.
इंदौर । शहर में करीब एक लाख से ज्यादा श्रमिक मजदूर वाहन चालक रहते हैं तथा पिछले 24 दिनों से चल रहे लाभ डाउन के चलते उन्हें नाना आज मिल रहा है ना राशन काम धंधे ठप हो चुके हैं नगर निगम द्वारा बांटा जा रहा राशन भी भेदभाव पूर्ण तरीके से वितरित हो रहा है । इन तमाम समस्याओं से अवगत कराने के लिए इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह और संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी से वामपंथी समाजवादी दलों के प्रतिनिधि मिलना चाहते थे और उन्हें ज्ञापन देना चाहते थे । दलों के प्रतिनिधि रामबाबू अग्रवाल ने दो मर्तबा कलेक्टर मनीष सिंह से बात करने की कोशिश की लेकिन एसडीएम ने व्यस्तता का बहाना बनाकर संपर्क नहीं होने दिया । दूसरी ओर कम्युनिस्ट नेता विनीत तिवारी ने संभागायुक्त से संपर्क की कोशिश की लेकिन वहां से भी कोई सार्थक नतीजा नहीं निकला । मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी इंडिया, एस यू सी आई और समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि इन अधिकारियों से मिलकर एक ज्ञापन देना चाहते थे । जिसमें किसानों मजदूरों हम्मालो, ऑटो- वैन चालकों आदि की समस्याओं से अवगत कराना चाहते थे , तथा चाहते थे कि प्रशासन कोराना महामारी से लड़ने के लिए जो भी व्यवस्थाएं कर रहा है उसमें राजनीतिक दलों का भी सहयोग लेकर व्यवस्था सुधारी जाए । लेकिन शायद अधिकारियों को अपने आप पर ही ज्यादा भरोसा है। इसलिए वे किसी दल के प्रतिनिधियों से चर्चा नहीं करना चाहते हैं । शहर में शांति समिति भी बनी हुई है जिसमें सभी राजनीतिक दलों और जन संगठनों के तथा सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी शरीक है लेकिन शहर पूरी तरह से लाक डाउन होने के बावजूद, 50 से ज्यादा लोगों की मौत होने के बावजूद कलेक्टर, कमिश्नर इन लोगों से कोई चर्चा नहीं करना चाहते । इसलिए 1 महीने होने के बावजूद इस समिति की भी बैठक नहीं हुई है ।
इन दलों द्वारा संभागायुक्त के नाम जो ज्ञापन तैयार किया गया है उस ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में रामबाबू अग्रवाल समाजवादी पार्टी, विनीत तिवारी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इन्डिया, कैलाश लिम्बोदिया कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इण्डिया मार्क्सवादी, प्रमोद नामदेव सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इण्डिया (कम्युनिस्ट),एस के दुबे ,व रूद्र पाल यादवभारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इन्डिया, रामस्वरूप मंत्री -सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इण्डिया ,अरुण चौहान सीपीयू, जयप्रकाश गुगरी -आजादी बचाओ आंदोलन प्रमुख है। ज्ञापन में कहा गया है कि इंदौर शहर में लॉक डाउन के चलते आम जनता को बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है । शहर में अत्यंत दुःखद एवं स्तब्ध करने वाली घटनाएं पिछले दिनों घटित हुई है एक गर्भवती महिला की इलाज ना मिलने के कारण मृत्यु हुई, एक व्यक्ति की मौत अस्पताल के चक्कर काटने में और एंबुलेंस उपलब्ध ना होने से स्कूटी पर ही मौत हो गई एक और इसी प्रकार की घटना खंडवा जिले में सामने आई है ऐ घटनाये शासन व प्रशासन की स्वास्थ्य सुविधओं की पोल खोल देती है शासन को चाहिए कि सभी जिलों अस्पतालों दवाखाना के डॉक्टरों व स्टाफ को पूरी सुरक्षा साधन उपलब्ध कराते हुए उन्हें निर्देश दिए जाएं की कि सभी मरीजो का ईलाज करे । तथा एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल लाने ले जाने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाए इलाज करने से मना किसी भी हालत में ना किया जाए । डॉक्टर पर स्वास्थ्य वर्करों को पर्याप्त सुरक्षा किट (PPE) दस्ताने, सेनेटाइजर, मास्क पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराये जाए लॉक डाउन के दौरान सभी लोग घर में हैं । जिससे आम नागरिक बड़ी परेशानी झेल रहे है । प्रवासी मजदूर हो,कारखनो में काम करने बाले मजदूर ,ऑटो ड्राइबर, अन्य गरीब लोग परेशानी में है उन्हें कई कई दिनों से भोजन भी नही मिला है ।इस लिए हम शासन से मांग करते है कि गरीब परिवारों को 50 किलो अनाज व अन्य राशन उपलब्ध कराये, मजदूर परिवारों को कम से कम 5000 रुपये दिए जायें, किशानो को उनकी फसल का समर्थन मूल्य से 150% आदिक मूल्य दिया जाए। जो प्रभासी मजदूर है उन्हें घर पहुचाने की व्यवस्था कराई जाये। प्रशाशन जो खाना बाट रहा है बो पर्याप्त सभी तक नही पहुँच पा रहा है इसमें सभी तक पहुँच सके सुनिचित किया जाये। ज्ञापन को दोनों अधिकारियों को सोशल मीडिया के माध्यम से भेजा गया है उम्मीद है कि अधिकारी शहर हित में ज्ञापन पर उठाए गए मुद्दों पर गौर कर उस पर कार्रवाई करेंगे।
रामस्वरूप मंत्री
प्रदेश अध्यक्ष, सोशलिस्ट पार्टी इंडिया (Ph: 9425902303, 7999952909)