किसान आंदोलन को बदनाम करने व कुचलने की सत्ता की साजिशों-कोशिशों के खिलाफ आज बिहपुर शहीद गेट से स्टेशन चौक पर पहुँच कर सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के नेतृत्व में साझा प्रतिवाद प्रदर्शन व सभा का आयोजन हुआ.
इस मौके पर सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के महासचिव गौतम कुमार प्रीतम ने कहा कि 26जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा व अराजकता के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार जिम्मेवार है.किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए साजिश रची गयी. नरेन्द्र मोदी सरकार और भगवा गिरोह किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश करने के बाद अब कुचलने की कोशिश कर रही है.रात के अंधेरे में पुलिस व भगवा गिरोह द्वारा गाजीपुर बोर्डर पर आंदोलन को कुचलने कोशिश विफल हुई तो आज दिन में भगवा गुंडों ने पुलिस के संरक्षण में सिंघु बोर्डर पर किसानों पर हमला किया. मुल्क किसानों के दमन व अपमान को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.किसान नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं और देश के विभिन्न हिस्सों में गिरफ्तार किये गये किसान नेताओं को अविलंब रिहा किया जाए.
बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार) के अनुपम आशीष व गौरव पासवान और बिहार ने कहा कि किसानों की लड़ाई संविधान-लोकतंत्र व देश बचाने की लड़ाई है.जो भी संविधान व लोकतंत्र पक्षधर हैं,देशभक्त हैं,उन्हें किसान आंदोलन के साथ खड़ा होने की जरूरत है.
बिहार फुले-अंबेडकर युवा मंच के दीपक दीवान और सोसलिस्ट युवजन सभा के मो सद्दाम ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार मुल्क के संपत्ति-संसाधनों,खेत-खेती,शिक्षा-चिकित्सा व्यवस्था को अंबानी-अडानी के हवाले कर देने के लिए काम कर रही है.फिर से देश को गुलाम बना रही है.
सोशलिस्ट पार्टी के अखिलेश शर्मा और सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के मो सोहराब, निर्भय ने कहा कि 26जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा-अराजकता के असली दोषियों के हाथ नरेन्द्र मोदी व अमित शाह से मिले हुए हैं,उन्हें छूट मिली हुई हैं और किसान नेताओं पर मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं.इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.अंत में किसान-मजदूर के शहादत पर दो मिनट का मौर रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
प्रतिवाद प्रदर्शन में शामिल थे: राष्ट्र सेवा दल के जिला संगठक रवीन्द्र कुमार सिंह बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार) के मो.परवेज आलम, इंदल शर्मा, अंकेश दास, भानु सिंह, आशना सिंह, मो.आदिल, गिलहरी मंडल सहित कई एक.