डॉ शुचिता | आप सभी से निवेदन करते है कि आप के आस-पास या गांव में जो श्रमिक साथी बाहर से आये है और अगर वह निर्माण क्षेत्र में रोजगार करना चाहते है तो आप उनकी मदद करिए और उनकी एक सूची बना लीजिए और हमारे मोबाइल नम्बर 8175031060 पर सूचित कर दीजिये।

डॉ शुचिता | आप सभी से निवेदन करते है कि आप के आस-पास या गांव में जो श्रमिक साथी बाहर से आये है और अगर वह निर्माण क्षेत्र में रोजगार करना चाहते है तो आप उनकी मदद करिए और उनकी एक सूची बना लीजिए और हमारे मोबाइल नम्बर 8175031060 पर सूचित कर दीजिये।
Om Damani, Srijit Mishra and Jayendran Venkateswaran | Anticipating the easing of lockdown and travel restrictions, states are already planning for the return of migrant workers and others. In this context, this policy brief suggests removal of travel and other restrictions in a staggered manner, proposes to register returnee migrant workers and others with limited mandatory requirement to obtain how many (not who all) to reduce possible exclusion errors, and calls for running special trains/buses with necessary precautions.
मजदूर इस बात से काफी चिंतित हैं कि अगर उन्हें लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर या अन्य किसी जगह छोड़ा गया तो उन्हें फिर वहां से घर जाने में समस्या होगी। सरकार से संवाद के विभिन्न माध्यम जैसे ट्वीटर, डिजिटल गुजरात पोर्टल और नोडल आफीसर सक्रिय नहीं हैं।
निशुल्क रूप से बसों और ट्रेनों की व्यवस्था की जाए तथा सभी प्रवासी मजदूरों को ₹7500 नगद भुगतान किया जाए इस संबंध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया),और एस यू सी आई ने संभागायुक्त को एक ज्ञापन भेजा है
अजय यादव ने रिहाई मंच से संपर्क कर अवगत कराया कि वे और उनके 86 साथी केरल के जनपद मल्लापुरम के तिरुर में कांजराकोल में हैं। सभी टाइल्स मार्बल के काम में मजदूर हैं। इनके साथ तीन महिलाएं भी हैं। कोरोना महामारी की वजह से लंबे लाक डाउन की स्थिति में यह सभी अपने गृह जनपद आजमगढ़ आना चाहते हैं।