सितम्बर 5, 2020 को देश भर में 400 से ज्यादा नारीवादी संगठन, LGBTQIA समुदाय और मानव अधिकार संगठन हम अगर उट्ठे नहीं तो… … (If we do not rise…) आंदोलन को आयोजित कर रहे हैं। यह दिन गौरी लंकेश की हत्या की तीसरी वर्षगांठ का प्रतीक है। इस अभियान का उद्देश्य भारत के लोगों के संवैधानिक अधिकारों पर हो रहे लक्षित हमलों के खिलाफ आवाज बुलंद करना है।