सबके लिए स्वास्थ्य सुरक्षा की मांग को ले कर गाँधी जयंती पर उपवास: पर लोग 8 दिन तक सुबह-से-शाम तक विभिन्न मुद्दों पर उपवास आरंभ

सबके लिए स्वास्थ्य सुरक्षा की मांग को ले कर गाँधी जयंती पर उपवास: पर लोग 8 दिन तक सुबह-से-शाम तक विभिन्न मुद्दों पर उपवास आरंभ

गाँधी जयंती 2 अक्टूबर को चौक लखनऊ में 10-5 बजे शाम तक उपवास रख कर सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के कार्यकर्ताओं ने 8 दिन तक सुबह-से-शाम तक विभिन्न मुद्दों पर उपवास आरंभ किया है.

Until the Rich and Poor Alike Use the Same Public Health Services We Cannot Beat the Pandemic

Until the Rich and Poor Alike Use the Same Public Health Services We Cannot Beat the Pandemic

Shobha Shukla, Bobby Ramakant, Sandeep Pandey | It is also important to recognize that bad sanitation and hygiene, dirty or non-functional toilets, unsatisfactory healthcare standards and other concerns we associate public services with, are not new: they have ailed the public services for long but those-who-can-pay have conveniently made an alternate parallel system where they have services they are comfortable with.

निजी अस्पताल में सरकारी पैसे से इलाज की छूट लेकिन निजी परिवहन से यात्रा करने पर सरकारी लाभ से वंचित

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सुरभि अग्रवाल, शोभा शुक्ल, बाॅबी रमाकांत व संदीप पाण्डेय | जो लोग दैनिक मजदूरी कर के अपना जीवन यापन करते हैं, सरकार उनकी वास्तविकता से कितनी अनभिज्ञ है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सरकार द्वारा घोषित तालाबंदी ने समाज के इस बड़े वर्ग के दृष्टिकोण को मद्देनजर लिया ही नहीं। इनमें से करोड़ों की तादाद में लोग अपने घरों से दूर रहते हैं और दैनिक आय पर ही निर्भर थे।

सरकार के कोरोना वायरस महामारी से निपटने में अक्षमता के लिए उच्च-पदों पर आसीन लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए

सरकार के कोरोना वायरस महामारी से निपटने में अक्षमता के लिए उच्च-पदों पर आसीन लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए

जैसे-जैसे पिछले 3 माह बीते हैं यह उतना ही स्पष्ट होता जा रहा है कि कोरोना वायरस महामारी को रोकने में सरकार लगभग हर मापदण्ड पर असफल रही है. न केवल सरकार, कोरोनावायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते फैलाव को रोकने में असमर्थ रही है बल्कि उसके ही कारण देश के अधिकाँश लोगों को संभवतः सबसे बड़ी अमानवीय त्रासदी झेलनी पड़ी है.