आरोग्य सेतु एप लोगों की निजता पर हमला

आरोग्य सेतु एप लोगों की निजता पर हमला

इस ऐप का खतरा यह है कि यह निजी हस्तक्षेप सहित नागरिक की किसी भी गतिविधि का उपयोग करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह ऐप केंद्र सरकार के साथ हर उस व्यक्ति का डेटा साझा करता है जिसने इसे अपने मोबाइल में डाउनलोड किया है।

सोशलिस्ट पार्टी और सोशलिस्ट युवजन सभा के कार्यकर्ता लॉकडाउन के शुरुआत से ही लोगों की मदद में लगे हैं

सोशलिस्ट पार्टी और सोशलिस्ट युवजन सभा के कार्यकर्ता लॉकडाउन के शुरुआत से ही लोगों की मदद में लगे हैं

सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पन्नालाल सुराणा के नेतृत्व में मुंबई में अभी तक 300 विधवा महिलाओं तक राशन पहुंचाया गया हैं । सोशलिस्ट पार्टी के उपाध्यक्ष संदीप पांडे उत्तर प्रदेश में 16, बंगाल में-1 और बिहार के आरा में-1 कम्यूनिटी कीचेन चला रहे हैं, साथ ही राशन पहुंचाने का काम नौजवान साथियों कर रहे हैं ।

अब और लॉकडाउन नहीं, गरीबों को भुखमरी में न धकेला जाये, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) की CM, मध्य प्रदेश को चिट्ठी

अब और लॉकडाउन नहीं, गरीबों को भुखमरी में न धकेला जाये, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) की CM, मध्य प्रदेश को चिट्ठी

सोशलिस्ट पार्टी इंडिया की मध्य प्रदेश इकाई ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गुजारिश की है कि लॉकडाउन के कारण गरीब लोग भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। ऐसे में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर  मेहनतकशओं को भूख से मरने को मजबूर ना करें। पढ़िए पूरा पत्र:  श्रीमान शिवराज सिंह जीमुख्यमंत्री,  मध्य प्रदेश  सरकार,  भोपाल विषय: […]

मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश से अनुरोध: प्रदेश की घोषित फल पट्टी क्षेत्रों में आम के विपणन हेतु मण्डी खोली जाएं

मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश से अनुरोध: प्रदेश की घोषित फल पट्टी क्षेत्रों में आम के विपणन हेतु मण्डी खोली जाएं

20 मई, 2020 से आम की टूट चालू हो जाएगी। इधर लाॅकडाऊन घोषित किया गया है। यदि हमारे आम की पंजाब, दिल्ली, नागपुर, हैदराबाद, आदि जगहों पर भेजे जाने की व्यवस्था नहीं की गई तो फल सड़ जाने का अंदेशा है जिसके परिणामस्वरूप पहले से ही त्रस्त किसान पर और मार पड़ेगी।

लॉकडाउन में गरीब कहां जाएं

लॉकडाउन में गरीब कहां जाएं

प्रवीण श्रीवास्तव, संदीप पांडेय | गरीबों की परेशानियों के जल्दी कम होने की कोई सूरत नजर नहीं आ रही है. लाखों प्रवासी मजदूर, अपने घरों से हजारों किलोमीटर दूर, मेट्रो शहरों में फंस गए है.