नागालैण्ड में भरत गांधी की सुरक्षा खतरे में

भारत गांधी ने कई किताबें लिखी हैं जिनमें ’लोकतंत्र की पुनर्खोज’ भी शामिल है। उनकी एक पुस्तिका ’वोटरशिप लाओ, गरीबी हटाओ’ के सात संस्करण छप चुके हैं। वे वोटर्स पार्टी इण्टरनेशनल के नेता हैं और जौनपुर, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। वे रुपए 6,000 (2016 की कीमतों के आधार पर) प्रति माह हरेक मतदाता को पेंशन की मांग करने के लिए जाने जाते हैं। उनका कहना है कि जैसे विधायिका, कार्यपालिका व न्यायपालिका में सेवा करने वालों को वेतन मिलता है उसी तरह मतकर्ता को भी लोकतंत्र के संचालन के लिए पैसा मिलना चाहिए। कई अर्थशास्त्रियों व राजनीतिक दलों जैसे कांग्रेस पार्टी ने भी न्यूनतम मौलिक आय की वकालत की है हलांकि वह सबसे गरीब 20 प्रतिशत लोगों के लिए ही है। भारत गांधी ने इस अवधारणा की भी वकालत की है कि राजनीतिक दलों को आम नागरिक द्वारा दिया गया चंदा संसद में एक वित्त विधेयक पारित करवा ब्याज सहित वापस करवाया जाए। उन्होंने एक विश्व सरकार व ’भौगोलिक सहभागिता एवं शांति हेतु गठबंधन’ की भी वकालत की है।

वोटर्स पार्टी इण्टरनेशनल एक राजनीतिक दल है जो चुनाव लड़ता है। विभिन्न राज्यों के पिछले विधान सभा चुनावों में उनके दल को असम के 7 विधान सभा क्षेत्रों में 50,355, बिहार के सात विधान सभा क्षेत्रों में 44,245, उत्तर प्रदेश के पांच विधान सभा क्षेत्रों में 7,285, झारखण्ड के एक विधान सभा क्षेत्र में 5,099 व दिल्ली के एक विधान सभा क्षेत्र में 314 मत मिले हैं। पिछले एक वर्ष से पार्टी का काम नागालैण्ड में भी शुरू हुआ है।

भारत गांधी को 13 मार्च, 2020 को पार्टी के कार्यकर्ताओं की दीमापुर में एक बैठक से पार्टी की नागालैण्ड प्रभारी चुकी हरालू, पार्टी में सुरक्षा के लिए जिम्मेदार प्रजित बसुमतारी व तीन अन्य सुरक्षा की जिम्मेदारी लिए कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। शेष लोगों को कुछ पूछताछ के बाद एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करा छोड़ दिया गया किंतु भारत गांधी को दस दिनों तक अवैध तरीके से पुलिए हिरासत में रखने के बाद भारतीय दण्ड संहिता की धाराओं 419, 420, 468 व 471 में न्यायिक हिरासत में दीमापुर जेल भेज दिया गया। 11 मई, 2020 को उच्च न्यायालय की कोहिमा खण्ड पीठ से उन्हें जमानत मिल गई क्योंकि पुलिस उनके खिलाफ कोई चार्ज शीट ही दाखिल नहीं कर पाई जिससे साबित होता है कि भारत गांधी या वोटर्स पार्टी इण्टरनेशनल ने किसी के साथ कोई धोखाधड़ी, आदि नहीं की। उन्हें जेल में रख कर नागालैण्ड सरकार ने उनके संवैधानिक व लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया है। जब उनके दल के सहयोगी शिवाकांत गोरखपुरी व नवीन कुमार उनकी रिहाई के लिए दीमापुर पहुँच  तो जिस होटल में वे ठहरे थे वहां से 19 मई को शाम 4 बजे उनका अपहरण कर उन्हें दीमापुर से बाहर एक अतिवादी संगठन के कैम्प में लाया गया। उनसे रुपए एक करोड़ की मांग की गई। जब उन्होंने यह रकम देने में असमर्थतता व्यक्त की तो 27 मई को यह कह कर छोड़ दिया गया कि एक हफ्ते में रुपए साढ़े बत्तीस लाख का भुगतान कर दें।

हम यह स्पष्ट करना चाहेंगे कि वोटर्स पार्टी इण्टरनेशनल कोई पूंजीपतियों के पैसे से चलने वाली पार्टी नहीं है बल्कि इसे आम नागरिक चंदा देते हैं और वह किसी भी किस्म की फिरौती की रकम दे पाने में असमर्थ है।

हम यह मांग करते हैं कि भारत गांधी को किसी केन्द्रीय सुरक्षा बल की सुरक्षा में दिल्ली अथवा लखनऊ लाया जाए और नागालैण्ड सरकार उनके अपहरण की किसी भी कोशिश को नाकाम करे।
 

संदीप पाण्डेय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, फोनः 0522 2355978, ashaashram@yahoo.com

फैसल खान, सदस्य, राष्ट्रीय कार्यकारिणी, मोबाइलः 9999746196, faisalkj2002@yahoo.co.in

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