26 मई 2015 को नरेन्द्र मोदी सरकार का एक वर्ष पूरा हो गया। एक साल के भीतर उन्होने दो दर्जन देशो का दौरा किया और इस विदेशी दौरे मे तीन सौ करोड़ रूपये खत्म हुये और भारत को तीन पैसे का लाभ नहीं पहुॅचा। प्रधानमंत्री की सबसे महत्वपूर्ण यात्रा चीन की यात्रा थी। उनकी यात्रा के पहले ही चीन ने जम्मू कश्मीर और अरूणांचल प्रदेश को भारत से पृथक दिखाया था। इसके बावजूद उन्होने चीन की यात्रा की और शिन्हुआ विश्व विद्यालय के छात्र ने भारत के इस सम्बन्ध मे मोदी की यात्रा के भी समय लिखा कि चीन ने भारत को कभी महत्वपूर्ण दर्जा नहीं दिया हैं। इसके साथ ही मोदी को मालूम है कि चीन भारत मे नशे का व्यापार करता है और भारत चीन के साथ घाटे का व्यापार कर रहा है। दोनो देशो के व्यापार मे असन्तुलन हैं। यह देश हित मे ठीक नहीं है। इसलिए चीन की यात्रा का कोई महत्व नहीं है। भारत की विदेश नीति अमेरिका के डोर से बंधी हुई है। इसलिए वे सिर्फ विदेश की यात्रा करते है। जैसे – लड़के मेला देखा करते है। विदेशो की यात्रा करके अपने देश का कोई हित नहीं हो रहा है। मोदी के कथना अनुसार ‘‘अच्छे दिन कहाॅ गये’’।
उपरोक्त बाते सोशलिस्ट पार्टी (इण्डिया) के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष श्री गिरीश पाण्डेय ने एक प्रेस विज्ञप्ति मे देते हुये कहा कि मनमोहन सिंह के समय मे अरहर की दाल बाजारो मे 69रूपये किलो, मोटा चावल 8 रूपया किलो और केरोसीन 14 रूपया लीटर, पेट्रोल 70 रूपया लीटर था जबकि दुनिया मे 110 रूपये डाॅलर कच्चे तेल का दाम प्रति लीटर था और इस समय मोदी सरकार के कार्यकाल में अरहर की दाल 110 रूपये किलो, मोटा चावल 22रू, केरोसीन तेल 18रू. लीटर, इस समय कच्चे तेल का दाम गिर रहा है फिर भी भारत मे डीजल-पेट्रोल का दाम बढ़ रहा है। दवाओ का दाम आसमान छू रहा है। सीमेन्ट और लौहे का दाम काफी बढ़ा हुआ है। ऐसे बाजार भाव को वित्त मंत्री ने कहा है कि सरकार ने महॅगाई पर नियंत्रण कर लिया है। सोशलिस्ट पार्टी (इण्डिया) की मांग है कि डा0 मनमोहन सिंह के समय मे जो महॅगाई थी, वह महॅगाई वापस कर दी जाय।
हकीकत यह है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ भारत का रिस्ता 36 का है। दोनो देशो के बीच सम्बन्ध अच्छे नहीं है। चीन की मदद से पाकिस्तान हर तरह की फौजी हथियार प्राप्त कर रहा है। यह भारत के लिए अच्छा नहीं है। कुल मिला करके आर्थिक र्मोचे पर और विदेश नीति के र्मोचे पर विफलता ही विफलता लगी है। अगर इन सवालो का उत्तर कोई हो तो जनता की आवाज है कि जब कोई नयी दुल्हन घर मे प्रवेश करती है और उसके आने पर घर मे कोई दुर्घटना हो जाती है तो लोग कहते है कि इस दुल्हन की गोड़ी ठीक नहीं है। इसी तरह मोदी के आने के बाद रबी की फसल की भयंकर बर्बादी, भूकम्प का रोज आना-जाना, प्राकृतिक आपदाओ से देश बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। आमदनी नहीं बढ़ी और खर्चे बढ़ते जा रहे है। व्यापारी वर्ग खूब कमा रहा है। यह सरकार राष्ट्रीय शर्म की सरकार है। इस सरकार को स्वयं हट जाना चाहिए। अन्यथा जनता आन्दोलन करके इस सरकार को हटा देगी।
गिरीश कुमार पाण्डेय
राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष