2 फरवरी 2019
प्रेस विज्ञप्ति
अंतरिम बजट मेहनतकश जनता के साथ धोखा
लोकसभा में कल पेश किया गया अंतरिम बजट किसानों और बेरोजगारों के साथ मोदी सरकार का एक और बड़ा धोखा है। देश भर के किसान अपनी उपज के लिए लाभाकरी पारिश्रमिक की गारंटी चाहते हैं, लेकिन मोदी सरकार ने उस जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। इसके बदले उसने सीमांत किसानों को प्रति वर्ष 6000 रुपये का लॉलीपॉप थमा दिया है। बजट में रोजगार पैदा करने की सबसे जरूरी समस्या पर सरकार ने चुप्पी बनाये रखी है। करोड़ों युवा नौकरी और जीवन यापन के साधनों के लिए प्रधानमंत्री मोदी पूछ रहे हैं। लेकिन मोदी ने उन्हें हमेशा की तरह पूरी तरह से निराश किया है। असंगठित श्रमिकों की पेंशन योजना भ्रामक है। बाजार में पात्रता प्राप्त करने के लिए एक साधारण मजदूर को तीस साल के लिए 100 रुपये प्रति माह का भुगतान करना होगा। साठ वर्ष की आयु प्राप्त करने पर उसे 3000 रुपये प्रति माह मिलेंगे। यह, वास्तव में, देश के सबसे मेहनती लोगों के प्रति सरकार का एक क्रूर मजाक है।
मोदी सरकार के इस चुनावी बजट में मध्यम वर्ग पर कई टैक्स रियायतों की बौछार की गई है ताकि वे आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी के पक्ष में माहौल बना सकें।
सोशलिस्ट पार्टी सभी मतदाताओं से अपील करती है कि वे अपने वोट के हथियार के माध्यम से इस जुमले वाली सरकार को एक सही सबक सिखाएं।
पन्नालाल सुराणा
वरिष्ठ सदस्य
राष्ट्रीय कार्यकारिणी
सोशलिस्ट पार्टी