“फोर एल फोर एल” का मतलब लूट!!
‘तप कर रहे मजदूरों’ को उनका अधिकार छीनना सरकारी पुण्य या पाप ??
प्रेस विज्ञप्ति, 13 मई 2020: कोविड 19 के सम्बन्ध में अदूरदर्शी फैसले का दंश झेल रहे देश और सबसे अधिक असंगठित क्षेत्र के श्रमिक व पलायन मजदूरों को कल रात 8 बजे एक बार फिर से पीएम छल किया। 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा के साथ ही उन्होंने बड़े दमदारी से आत्मनिर्भरता की बातें बार – बार की। परन्तू वे यह नही बताए कि आत्मनिर्भरता देश के संसाधनों के संरक्षण, संवर्धन के साथ तरक्की की नीतियों के अमल से आएगा। मौजूदा विकास की प्रणाली इसके विपरीत है। प्रधानमंत्री द्वारा आत्मनिर्भरता के लिए बताए गए चार एल का अर्थ एकमात्र लूट वाला एल (फोर एल फाॅर एल का मतलब लूट) है।
पहले एल लेबर (labor) के सम्बन्ध में देखे तो सदियों से संघर्षो के बाद मीले अधिकारों को सरकार छीन रही है। इन मजदूरों के अधिकारों की बलि देकर कारपोरेट को फायदा पहुंचाना है। जो आत्मनिर्भरता के कन्सेप्ट के विपरीत है। दूसरा एल लैंड (land) सबसे अधिक रोजगार देता है लैंड और उसके अंदर के संसाधनों को भी कार्पोरेट को लुटाया जा रहा है जो स्वावलम्बी अर्थव्यवस्था के बुनियादी सिद्धांतो के विपरीत है। इन सभी के लिए तीसरा एल लाॅ (law) जो देश व देशवासियों व मजदूरों के हितों का संरक्षण करता है उसे भी चोर दरवाजे से कोविड 19 के दौर में कार्पोरेट व अमीरों के हितों बदलाव किया जा रहा है यह स्वावलम्बी शब्द के साथ धोखा है। चौथा एल लिक्विडिटी (liquidity) जो रिजर्व बैंक ने पहले से ही 8 हजार करोड़ का कर्ज बांटने की राशि रखी है. ६८ हजार करोड का बँक कर्ज रिजर्व बँक ने माफ कर दिया है. हम सभी देख रहे है की माल्या, नीरव मोदी जैसे देश को लूट कर गए अमीरों को फायदा पहुंचाने के लिए काम करता है। लिक्विडिटी अमीरों कारपोरेट के हित में है। यह चारों एल का एक मात्र उद्देश्य एक एल लूट (loot) के राज्य और कारपोरेट को बढ़ाना है आत्मनिर्भरता नही ।
शब्दो के साथ छल के बजाय इस संकट की घड़ी में सरकार को असली आत्मनिर्भरता की बात करनी चाहिए। सरकार की अदूरदर्शिता व निकम्मेपन की सजा भुगत रहे असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों व पलायन करने वाले मजदूरों जिनमे बूढ़े, महिलाए, बच्चें, भूखे, प्यासे, लडखडाते, बीमार होते, गिरते पड़ते मरते किसी तरह अपनी जन्म भूमि पर लौटने के लिए हजारो किमी पैदल, साईकिल, मोटरसाइकिल, रिक्शा, ठेला, टेम्पो ट्रकों इत्यादि में जाने को मजबूर है पुलिस लगातार उनसे दुर्व्यवहार कर रही है उनको यदि पीएम तपस्वी मानते है तो उनके तपस्या के वरदान में सदियों से संघर्षो के बल पर मिले अधिकारों के तहत उनका हक दिलाने के बजाय उन्ही अधिकारों को छीनकर अपने वातानुकूलित कोठियों और आलीशान बंगलो में आराम कर रहे कारपोरेट को सुपुर्द कर रहे है यह उनके तपस्या के साथ सरकार का पाप है या पुण्य ? इसपर भी प्रधानमंत्री को देश को बताना चाहिए।
जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय देश के संसाधनों के संरक्षण और उसके साथ एक आत्मनिर्भर तथा विषमता रहित देश, गाँव व समाज की बात हमेशा से करता रहा है और मजदूरों के हकों की रक्षा के लिए संघर्षत रहा है प्रधानमंत्री द्वारा विपदा की घड़ी में करोड़ो मजदूरों के हितों को दरकिनार कर चंद कारपोरेट के फायदे लिए शब्दो के छल को पर्दाफास करते हुए इसे किसान मजदूरों और देश के स्वावलम्बन की दिशा में कार्यरत असल लोगों को राहत की राशि देने की मांग करता है। श्रमिक साथीयों के लिये पर्याप्त स्वास्थ्य सेवा तथा अन्य सुविधा सुरु करने हेतू विशेष प्रावधान कि हम मांग करते है. आत्मनिर्भरता के लिये स्वयंनिर्णय, विकेंद्रीकरण, विकासप्रक्रिया में लोकसहभागिता सुनिश्चित करना जरुरी है । 20 लाख करोड का इस्तमाल पलायन कैसे रुकेगा, स्थानीय रोजगार कैसे बढेगा, और रोजगारमूलक विकास के लिये सुनिश्चित होणं आवश्यक है । इसकी रूपरेखा सरकार सभी स्टेक होल्डर्स के सहभागीतासे करे , ऐसा हमारा आग्रह है ।
Medha Patkar, Narmada Bachao Andolan (NBA) and National Alliance of People’s Movements (NAPM); Dr. Sunilam, Adv. Aradhna Bhargava, Kisan Sangharsh Samiti; Rajkumar Sinha, Chutka Parmaanu Virodhi Sangharsh Samiti, NAPM, Madhya Pradesh; Aruna Roy, Nikhil Dey, Shankar Singh, Mazdoor Kisan Shakti Sangathan (MKSS), National Campaign for People’s Right to Information; Kavita Srivastava, People’s Union for Civil Liberties (PUCL); Kailash Meena NAPM Rajasthan; Prafulla Samantara, Lok Shakti Abhiyan; Lingraj Azad, Samajwadi Jan Parishad & Niyamgiri Suraksha Samiti, Manorama, Posco Pratirodh Sangram Samiti; Lingaraj Pradhan, Satya banchor, Anant, Kalyan Anand, Arun Jena, Trilochan Punji, Lakshimipriya Mohanty and Balakrishna Sand, Manas Patnaik, NAPM Odisha; Sandeep Pandey, SP(I); Richa Singh, Rambeti, Sangatin Kisaan Mazdoor Sangathan; Rajeev Yadav, Rihai Manch; Suresh Rathaur, Mahendra, MNREGA Mazdoor Union; Arundhati Dhuru, Manesh Gupta, Arvind Murti, Satish Singh, Jagriti Rahi, Altamas Ansari, Zainab Khatun, Nakul Singh Sawney, Mashiuddin, NAPM, Uttar Pradesh; P. Chennaiah, Andhra Pradesh Vyavasaya Vruthidarula Union-APVVU, Ramakrishnam Raju, United Forum for RTI and NAPM, Chakri (Samalochana), Balu Gadi, Bapji Juvvala, NAPM Andhra Pradesh; Jeevan Kumar & Syed Bilal (Human Rights Forum), P. Shankar (Dalit Bahujan Front), Vissa Kiran Kumar & Kondal (Rythu Swarajya Vedika), Ravi Kanneganti (Rythu JAC), Ashalatha (MAKAAM), Krishna (Telangana Vidyavantula Vedika-TVV), M. Venkatayya (Telangana Vyavasaya Vruttidarula Union-TVVU), Meera Sanghamitra, Rajesh Serupally, NAPM Telangana; Sister Celia, Domestic Workers Union; Maj Gen (Retd) S.G.Vombatkere, NAPM, Nawaz, Dwiji, Nalini, NAPM Karnataka Gabriele Dietrich, Penn Urimay Iyakkam, Madurai; Geetha Ramakrishnan, Unorganised Sector Workers Federation; Suthanthiran, Suthanthiran, Lenin & Arul Doss, NAPM Tamilnadu; Vilayodi Venugopal, CR Neelakandan, Prof. Kusumam Joseph, Sharath Cheloor, Vijayaraghavan Cheliya, Majeendran, Magline, NAPM, Kerala; Dayamani Barla, Aadivasi-Moolnivasi Astivtva Raksha Samiti; Basant Hetamsaria, Aloka Kujur, Dr. Leo A. Singh, Afzal Anish, Sushma Biruli, Durga Nayak, Jipal Murmu, Priti Ranjan Dash, Ashok Verma, NAPM Jharkhand; Anand Mazgaonkar, Swati Desai, Krishnakant, Parth, Paryavaran Suraksha Samiti; Nita Mahadev, Mudita, Lok Samiti; Dev Desai, Mujahid Nafees, Ramesh Tadvi, Aziz Minat and Bharat Jambucha, NAPM Gujarat; Vimal Bhai,Matu Jan sangathan; Jabar Singh, Uma, NAPM, Uttarakhand; Manshi Asher, Himshi Singh, Sumit Mahar, Himdhara, Himachal Pradesh; Gautam Bandopadhyay, Nadi Ghati Morcha; Kaladas Dahariya, RELAA, NAPM Chhattisgarh; Samar Bagchi, Amitava Mitra, Binayak Sen, Sujato Bhadro, Pradip Chatterjee, Pasarul Alam, Amitava Mitra, Tapas Das, Tahomina Mandal, Pabitra Mandal, Kazi Md. Sherif, Biswajit Basak, Ayesha Khatun, Rupak Mukherjee, Milan Das, Asit Roy, Mita Bhatta, Yasin, Matiur Rahman, Baiwajit Basa, NAPM West Bengal; Suniti SR, Sanjay M G, Suhas Kolhekar, Prasad Bagwe, Mukta Srivastava, Yuvraj Gatkal, Geetanjali Chavan, Bilal Khan, Jameela, Ghar Bachao Ghar Banao Andolan; Chetan Salve, Narmada Bachao Andolan, NAPM Maharashtra; Faisal Khan, Khudai Khidmatgar, J S Walia, NAPM Haryana; Guruwant Singh, NAPM Punjab; Kamayani Swami, Ashish Ranjan, Jan Jagran Shakti Sangathan; Mahendra Yadav, Kosi Navnirman Manch; Sister Dorothy, Aashray Abhiyan, NAPM Bihar; Rajendra Ravi, NAPM; Bhupender Singh Rawat, Jan Sangharsh Vahini; Anjali Bharadwaj and Amrita Johri, Satark Nagrik Sangathan; Sanjeev Kumar, Dalit Adivasi Shakti Adhikar Manch; Anita Kapoor, Delhi Shahri Mahila Kaamgaar Union; Sunita Rani, National Domestic Workers Union; Nanhu Prasad, National Cyclist Union; Madhuresh Kumar, Priya Pillai, Aryaman Jain, Divyansh Khurana, Evita Das; Anil TV, Delhi Solidarity Group.
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