सभा को संबोधित करते हुए विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार जनविरोधी तथा कारपोरेट समर्थक सरकार है।

सभा को संबोधित करते हुए विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार जनविरोधी तथा कारपोरेट समर्थक सरकार है।
किसानों के आंदोलन मे भागीदारी करते हुए 30 से ज्यादा किसान नेताओं और कार्यकर्ताओं की मौत हो चुकी है लगातार यह आंकड़ा बढ़ रहा है ।
किसान संगठन के नेताओं ने इंदौर के व्यापारिक संगठनों से की मुलाकात तथा बंद का को समर्थन देने का किया आग्रह
किसान संगठनों और ट्रेड यूनियनों ने आज इंदौर में मुसाखेड़ी चौराहे पर करीब 2 घंटे प्रदर्शन किया । विरोध सभा की, और अडानी अंबानी तथा मोदी सरकार का पुतला दहन किया ।
देशव्यापी किसान आंदोलन को लेकर इंदौर सहित पूरे प्रदेश में आंदोलन तेज किए जाने का संकल्प कृषि बिलों की होली जलाई भोपाल गैस कांड की बेटी की बरसी पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
रामस्वरूप मंत्री | देश का किसान आंदोलन महत्वपूर्ण दौर में पहुंच चुका है। अन्नदाता किसान आंदोलनकारियों को देश का दुश्मन साबित करने का प्रयास किया जा रहा है
देशभर के किसानों पर हो रहे दमन और केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों सहित बिजली बिल 2020 के विरोध में इंदौर में भी किसान संघर्ष समिति और किसान खेत मजदूर संगठन के पदाधिकारियों के नेतृत्व में संभागायुक्त कार्यालय पर प्रभावी प्रदर्शन हुआ तथा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया।
दिल्ली जा रहे किसानों पर ठंड में पानी की बौछारें फेंकना भी सरकार का अमानवीय बर्ताव
26 नवंबर को करीब 10 लाख से ज्यादा किसान दिल्ली पहुंचेंगे तथा घेरा डेरा डालो डेरा डालो आंदोलन करेंगे । किसानों के इस आंदोलन का मजदूर संगठनों ने भी समर्थन किया है तथा 26 नवंबर को होने वाली मजदूर हड़ताल का किसान संगठनों ने समर्थन किया है।
किसान अध्यादेश और श्रम कानूनों में परिवर्तन के लिए पहली बार देश में किसान और मजदूर एक साथ सड़कों पर होंगे