मजदूर इस बात से काफी चिंतित हैं कि अगर उन्हें लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर या अन्य किसी जगह छोड़ा गया तो उन्हें फिर वहां से घर जाने में समस्या होगी। सरकार से संवाद के विभिन्न माध्यम जैसे ट्वीटर, डिजिटल गुजरात पोर्टल और नोडल आफीसर सक्रिय नहीं हैं।

मजदूर इस बात से काफी चिंतित हैं कि अगर उन्हें लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर या अन्य किसी जगह छोड़ा गया तो उन्हें फिर वहां से घर जाने में समस्या होगी। सरकार से संवाद के विभिन्न माध्यम जैसे ट्वीटर, डिजिटल गुजरात पोर्टल और नोडल आफीसर सक्रिय नहीं हैं।
Bobby Ramakant, Shobha Shukla and Sandeep Pandey | The government of India (and all other state governments) needs to review the merits of the decision of opening tobacco and alcohol shops. Among the most important and corrective political decisions would be the one to ban tobacco and alcohol altogether. Citizens need to be reassured that people’s interests matter most.
निशुल्क रूप से बसों और ट्रेनों की व्यवस्था की जाए तथा सभी प्रवासी मजदूरों को ₹7500 नगद भुगतान किया जाए इस संबंध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया),और एस यू सी आई ने संभागायुक्त को एक ज्ञापन भेजा है
अजय यादव ने रिहाई मंच से संपर्क कर अवगत कराया कि वे और उनके 86 साथी केरल के जनपद मल्लापुरम के तिरुर में कांजराकोल में हैं। सभी टाइल्स मार्बल के काम में मजदूर हैं। इनके साथ तीन महिलाएं भी हैं। कोरोना महामारी की वजह से लंबे लाक डाउन की स्थिति में यह सभी अपने गृह जनपद आजमगढ़ आना चाहते हैं।
सरकारी खजाने की हालत बिगड़ी हुई बताई जाती है। शराब की बिक्री से सरकार राहत पाने की उम्मीद कर रही है। भले ही उसके चाहे जितने दुष्प्रभाव हों।
Bobby Ramakant, Shobha Shukla and Sandeep Pandey | Nationalizing health services is among the most important corrective political actions which governments can take in the wake of this pandemic. But health security for everyone can only come when we address inequalities and injustices in every other sector.
सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) और रहनुमा फ़ाउंडेशन अब तक देश के अलग-अलग हिस्सों में 2391 परिवारों तक राशन किट पहुंचा चुकी हैं ।
इस समय जब पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए गंभीर है तब आम देशवासियों के राहतकार्य से जुड़े लोगों का लगातार दमन किया जा रहा है जिससे स्वेक्षा से समाजसेवा करने वाले लोगों का मनोबल टूट रहा है।
Attached is the list of workers from village Rampur Madhiya, Tehsil Mishrikh, District Sitapur, UP who’re stuck in Telangana: INDUSTRIAL AREA GRAY NIGHT RAMPUR DISTRICT AURANGAL TELANGANA.
Attached is the list of workers from village Rampur Madhiya, Tehsil Mishrikh, District Sitapur, UP who’re stuck in Haryana – DIST. JHAJJAR BHADURGARH CHOTU RAMGARH COLONY.