लॉक डाउन में मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं-पत्रकारों के लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन

लॉक डाउन में मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं-पत्रकारों के लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन

इस समय जब पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए गंभीर है तब आम देशवासियों के राहतकार्य से जुड़े लोगों का लगातार दमन किया जा रहा है जिससे स्वेक्षा से समाजसेवा करने वाले लोगों का मनोबल टूट रहा है।

आरोग्य सेतु एप लोगों की निजता पर हमला

आरोग्य सेतु एप लोगों की निजता पर हमला

इस ऐप का खतरा यह है कि यह निजी हस्तक्षेप सहित नागरिक की किसी भी गतिविधि का उपयोग करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह ऐप केंद्र सरकार के साथ हर उस व्यक्ति का डेटा साझा करता है जिसने इसे अपने मोबाइल में डाउनलोड किया है।

सोशलिस्ट पार्टी और सोशलिस्ट युवजन सभा के कार्यकर्ता लॉकडाउन के शुरुआत से ही लोगों की मदद में लगे हैं

सोशलिस्ट पार्टी और सोशलिस्ट युवजन सभा के कार्यकर्ता लॉकडाउन के शुरुआत से ही लोगों की मदद में लगे हैं

सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पन्नालाल सुराणा के नेतृत्व में मुंबई में अभी तक 300 विधवा महिलाओं तक राशन पहुंचाया गया हैं । सोशलिस्ट पार्टी के उपाध्यक्ष संदीप पांडे उत्तर प्रदेश में 16, बंगाल में-1 और बिहार के आरा में-1 कम्यूनिटी कीचेन चला रहे हैं, साथ ही राशन पहुंचाने का काम नौजवान साथियों कर रहे हैं ।

लड़खड़ाते लोकतंत्र में सोशलिस्ट नेता मधु लिमए को याद करने के मायने

लड़खड़ाते लोकतंत्र में सोशलिस्ट नेता मधु लिमए को याद करने के मायने


रामस्वरूप मंत्री | आज भारतीय लोकतंत्र का जिस्म तो बुलंद है, पर इसकी रूह रुग्ण हो चली है। ऐसे में जोड़, जुगत, जुगाड़ या तिकड़म से सियासत को साधने वाले दौर में मधु लिमए की बरबस याद आती है। राजनीति के चरमोत्कर्ष पर हमें सन्नाटे में से ध्वनि, शोर में से संगीत और अंधकार में से प्रकाश-किरण ढूँढ लेने की प्रवीणता हासिल करने का कौशल मधु लिमये में दिखता है। प्रखर समाजवादी, उत्कृष्ट वक्ता व शानदार लेखक मधु लिमये (1 मई 1922 – 8 जनवरी 1995) की आज 98वीं जयंती है।